प्रदेश की 42 पंजीकृत गोशालाओं को भरण पोषण अनुदान की धनराशि वितरित
उ0प्र0 गोसेवा आयोग द्वारा 14 जनवरी 2021 से 30 जनवरी 2021 तक मनाये जा रहे पशु कल्याण पखवाड़े में प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों, पशुपालन विभाग के निदेशक एवं समस्त जनपदों के मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेजकर अपील की गई थी
कि प्रदेश की समस्त गोशालाओं में टीकाकरण, टैगिंग, मादा गोवंश के बांझपन निवारण कार्य एवं पशु कल्याण सम्बन्धी गोष्ठियों के आयोजन कराये जायें।
इसके साथ ही गोमय उत्पाद बनाने के प्रशिक्षण, गोशाला क्षेत्र को पालीथीन मुक्त कराये जाने हेतु भी अनुरोध किया गया था। इसके साथ ही गोशालाओं में गोवंश को सर्दी से बचाने के लिए बोरे के पर्दे लगाने व झूल (काऊ कोट) लगाये जाने हेतु निर्देश दिये गये हैं।
यह जानकारी उ0प्र0 गोसेवा आयोग के अध्यक्ष प्रो0 श्याम नन्दन सिंह ने देते हुए बताया कि उ0प्र0 गोसेवा आयोग द्वारा भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड के आवाहन पर आयोजित पशु कल्याण पखवाड़े का समापन कार्यक्रम आज यहां कार्यालय सभाकक्ष में सम्पन्न हुआ।
अध्यक्ष ने बताया कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आयोग के सभी विशेष कार्याधिकारियों ने अपने-अपने निर्धारित मण्डलों की गोशालाओं को दिये गये निर्देशों की मानीटरिंग भी की। समस्त जनपदों से सन्तोषजनक रिपोर्ट प्राप्त हुई।
इसके अलावा इस बात का संकल्प लिया गया कि भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम वर्षभर चलते रहें। उन्होंने बताया कि आयोग के माध्यम से प्रदेश की 42 पंजीकृत गोशालाओं को भरण पोषण अनुदान की धनराशि वितरित की गई है।
प्रो0 सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय कामधेनु आयोग द्वारा कामधेनु गो विज्ञान प्रचार-प्रसार परीक्षा 21 फरवरी 2021 को आनलाइन संचालित की जायेगी। इस परीक्षा हेतु 18 फरवरी 2021 तक आनलाइन पंजीकरण करवाया जा रहा है।
इस परीक्षा के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु गोसेवा अधिकारी, डा0 संजय यादव को नामित किया गया है, जिनसे आयोग के दूरभाष- 0522-2288390 पर सम्पर्क किया जा सकता है। इस परीक्षा की विस्तृत जानकारी ूूूणंउकीमदनण्हवअण्पद पर उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा शिक्षा विभाग एवं विद्यालयों से वार्तालाप करके, उनके सहयोग से भविष्य में गाय पर एक निबन्ध प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी, जिसमें उत्कृष्ट रचनाओं को पुरस्कृत किया जायेगा।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सचिव, डा0 वीरेन्द्र सिंह, सलाहकार, डा0 पी0के0 त्रिपाठी, सलाहकार, श्री राधेश्याम दीक्षित, गोसेवा अधिकारी, डा0 संजय यादव, डा0 प्रतीक सिंह, डा0 नरजीत सिंह और डा0 शिवओम गंगवार आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।