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फ्यूचर रिटेल और रिलायंस इंडस्ट्रीज के बीच हुए सौदे को रोकने के लिए किशोर बियानी ने अपनाई ये नीति

फ्यूचर रिटेल और रिलायंस इंडस्ट्रीज के बीच हुए सौदे को रोकने की अमेजन की कोशिश की फ्यूचर ग्रुप के प्रमोटर किशोर बियानी ने कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि अमेजन ‘न खेलेंगे, न खेलने देंगे’ वाला रवैया अपना रही है। सौदे को लेकर चल रही उठापटक के बीच कर्मचारियों की चिंता पर बियानी ने कहा कि कानूनी रूप से फ्यूचर ग्रुप मजबूत स्थिति में है।

भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआइ), बाजार नियामक सेबी और शेयर बाजारों की ओर से सौदे को मंजूरी मिलना इसका प्रमाण है। मामले में बेवजह अड़ंगा लगाने के अमेजन के रवैये पर उन्होंने एक ग्रीक कहावत ‘प्लेइंग डॉग इन द मैंगर’ का उल्लेख किया। यह कहावत ऐसे व्यक्ति के लिए प्रयोग की जाती है, जो किसी वस्तु पर अधिकार और जरूरत न होते हुए भी अन्य व्यक्ति को उसका प्रयोग नहीं करने देना चाहता है। अमेजन ने इस बारे में पूछे जाने पर अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।

बियानी ने यह सख्त टिप्पणी ऐसे समय में की है, जबकि हाल ही में अमेजन ने इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका देकर बियानी और उनके परिवार को हिरासत में लेने की मांग की है। फ्यूचर ग्रुप के कर्मचारियों को लिखे खत में बियानी ने कहा कि अमेजन मीडिया कैंपेन चला रही है और गलत जानकारियां फैला रही है।

बियानी ने कहा, ‘अमेजन सिर्फ हंगामा खड़ा कर रही है। इसके पीछे ऐसी वजह है, जिसे हम पहले अनदेखा कर रहे थे, लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है। यह किसी भी कीमत पर भारतीय ग्राहकों पर आधिपत्य की लड़ाई है।’ उन्होंने कहा कि फ्यूचर ग्रुप एक कॉरपोरेट युद्ध का सामना कर रही है, जो भारत के गणतंत्र बनने के 70 साल बाद भारतीय ग्राहकों पर आधिपत्य के लिए लड़ा जा रहा है। भारत समाज के विचारों को प्रभावित करने और उनके भरोसे में सेंध लगाने के लिए सभी संसाधनों का इस्तेमाल हो रहा है।

भारत में सिकंदर भी हार गया था

बियानी ने अपने पत्र में अमेजन के उत्पाद ‘एलेक्सा’ के नाम को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘अमेजन ने अपने उत्पाद का नाम ‘एलेक्सा’ रखा है। इतिहास गवाह है कि भारत में आकर तो ‘एलेक्जेंडर’ (सिकंदर) भी हार गया था। आपके साथ और ग्राहकों की अथक सेवा के दम पर हम आगे भी अपने देश के हितों की रक्षा करते रहेंगे।’

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