पर्यटन भवन में पांच दिवसीय सिल्क एक्सपो-2020-21 का आयोजन
प्रदेश में रेशम व्यवसाय को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यहां पर्यटन भवन में 29 जनवरी से 02 फरवरी तक पांच दिवसीय सिल्क एक्सपो-2020-21 का आयोजन किया गया है।
सिल्क एक्सपो-2021 में स्वाइल टू सिल्क परिकल्पना को सरकार रूप देने के लिए रेशम कीटपालन, कोया उत्पादन, धागाकरण की विभिन्न गतिविधियों को प्रदर्शित किया जा रहा है। यह प्रदर्शनी आम लोगों के लिए सुबह 11ः00 बजे से रात्रि 09ः00 बजे तक खुली रहेगी।
गत दिवस एक्सपो का शुभारम्भ राज्यमंत्री रेशम विभाग चैधरी उदयभान सिंह द्वारा किया गया है।
यह जानकारी सचिव एवं निदेशक रेशम श्री नरेन्द्र सिंह पटेल ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में वस्त्र परीक्षण प्रयोगशाला, केन्द्रीय रेशम बोर्ड, वाराणासी द्वारा सजीव प्रदर्शन किया जा रहा है।
इसके माध्यम से आमलोग शुद्ध सिल्क की पहचान आसानी से कर सकते हैं। साथ ही सिल्क एक्सपो में रेशम उत्पादन की सभी विधाओं यथा रेशम कीटों के भोज्य एवं धागा उत्पादन की गतिविधियों का भी सजीव प्रदर्शन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि सिल्क एक्सपो-2021 में कर्नाटक, मध्य प्रदेश, दिल्ली, बिहार, झारखण्ड तथा उ0प्र0 राज्यों के 29 रेशमी वस्त्र उत्पादक एवं व्यापारियों ने अपने स्टाॅल लगाये गये हैं। यह स्टाल व्यापारियों को बिल्कुल फ्री मुहैया कराया गया।
श्री पटले ने बताया कि इस अवसर पर पं0 दीन दयाल रेशम उत्पादकता पुरस्कार का वितरण भी किया गया। इसके तहत रेशम कीटपालकों के मध्य प्रतिस्पर्धा कराई गई और शहतूती, टसर एवं अरण्डी क्षेत्र के 47 चयनित सर्वश्रेष्ठ रेशम कोया उत्पादकों तथा धागाकरण क्षेत्र से दो एवं बुनाई
क्षेत्र से एक उद्यमी को 11 हजार रुपये की राशि, अंगवस्त्र तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सर्वाेत्कृष्ट कोया उत्पादकों में शहतूती सेक्टर में वाराणासी की श्रीमती राबिया, टसर सेक्टर से सोनभद्र की श्रीमती मनीषा देवी एवं एरी क्षेत्र से चित्रकूट के श्री रिंकू अव्वल रहे हैं।
श्री पटेल ने बताया कि उत्तर प्रदेश में रेशम उत्पादन का कार्य 57 जिलों में किया जा रहा है। जिसमें शहतूती 44, टसर के 13 एवं एरी के 8 जनपद शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इन जनपदों में 25000 कृषक परिवार इस व्यवसाय से जुड़े है।
प्रदेश में रेशम कीटपालन के माध्यम से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के अन्तर्गत घरेलू परिवेश में स्वरोजगार सुलभ कराने, रेशम उद्योग का सर्वागीर्ण विकास कराने एवं जन सामान्य को शुद्ध रेशमी वस्त्रों की पहचान एवं उपलब्धता के उद्देश्य से सिल्क एक्सपो-2021 का आयोजन किया गया है।