इंडियन रेलवे दे रहा बुलेट ट्रेन नेटवर्क पर जोर
वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण 1 फरवरी की सुबह 11 बजे संसद में बजट 2021-22 पेश करेंगी. उम्मीद की जा रही है कि बजट में इंडियन रेलवे के लिए की जाने वाली घोषणाओं में देश के लिए बुलेट ट्रेन नेटवर्क पर खासा जोर रहेगा.
बता दें कि वित्त मंत्री सीतारमण ने बजट 2020-21 को पेश करते हुए कहा था कि केंद्र सरकार मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना पर तेजी से काम कर रही है.
जनवरी 2021 तक नेशनल रेल प्लान को अंतिम रूप देने की योजना- रेल मंत्रालय ने दिसंबर 2020 में लंबी अवधि की रणनीति के तहत नेशनल रेल प्लान 2024 पेश किया था.
इस प्लान का मकसद रेलवे की इंफ्रास्ट्रक्चरल कैपेसिटी को बढ़ाना है. इस प्लान के तहत देश में हाइस्पीड रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर सबसे ज्यादा जोर दिया गया है. रेल मंत्रालय ने कहा है कि इस प्लान को जनवरी 2021 के आखिर तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा.
NRP 2024 के ड्राफ्ट में इन बुलेट ट्रेन कॉरिडॉर का जिक्र- नेशनल रेल प्लान 2024 के मसौदा में साल 2051 तक देश में 8,000 किमी हाइस्पीड रेल नेटवर्क विकसित करने का प्रस्ताव रखा गया है.
इसमें वाराणसी-पटना, अमृतसर-जम्मू और पटना-गुवाहाटी के साथ ही कुछ दूसरे बुलेट ट्रेन कॉरिडोर भी शामिल हैं. फिलहाल देश में सिर्फ एक निर्माणाधीन बुलेट ट्रेन परियोजना है, जो मुंबई को अहमदाबाद से जोड़ेगी.
हालांकि, इस परियोजना में सबसे बड़ी चुनौती भूमि-अधिग्रहण को लेकर पेश आ रही है. दरअसल, परियोजना के महाराष्ट्र वाले हिस्से में भूमि-अधिग्रहण को लेकर काफी समस्याएं आ रही हैं.
रेल मंत्रालय की 15 से 20 फीसदी ज्यादा बजटीय सहायता की मांग- बजट 2021 में सरकार का फोकस रेलवे में प्राइवेट निवेश बढ़ाने और यात्री सुरक्षा बढ़ाने पर भी होगा. रेलवे ने इसके लिए वित्त मंत्रालय से ज्यादा बजटीय सहायता मांगी है.
रेल मंत्रालय ने 15-20 फीसदी ज्यादा मदद का प्रस्ताव भेजा है. बता दें कि पिछले बजट में रेलवे को 65,837 करोड़ रुपये मिले थे. वित्त मंत्री का फोकस रेल में निजी निवेश बढ़ाने पर है.
बजट में प्राइवेट ट्रेन, तेजस ट्रेनों के जरिये निवेश को बढ़ावा देने पर फोकस होगा. बजट में स्टेशन रीडेवलपमेंट में प्राइवेट निवेश को बढ़ावा भी संभव है. नए बुलेट ट्रेन कॉरिडोर बनाने का ऐलान भी संभव है.