उत्तर प्रदेश में जूनियर हाईस्कूल शिक्षकों की हुई भर्ती
उत्तर प्रदेश में आठ साल बाद अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में 1894 पदों पर भर्ती के लिए रिकॉर्ड 6.25 लाख उम्मीदवार कतार में हैं. इसमें 390 पद प्रधानाध्यापक और 1504 पद सहायक अध्यापकों के लिए हैं.
दरअसल, इससे पहले जुलाई 2013 में परिषदीय उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान व गणित विषय के 29,334 सहायक अध्यापकों की भर्ती शुरू हुई थी.
इस दौरान सात बार उच्च प्राथमिक स्तर की टीईटी आयोजित हो चुकी है. इसमें 6,26,335 अभ्यर्थी पास हो चुके हैं. इसमें केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की संख्या शामिल नहीं है.
सीटीईटी पास अभ्यर्थियों की संख्या भी जोड़ दें तो यह कतार बहुत अधिक लंबी हो जाएगी. विशेष सचिव शासन आरवी सिंह ने सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी को 18 जनवरी को भर्ती के संबंध में गाइडलाइन भेजते हुए जल्द भर्ती परीक्षा कराने के निर्देश दिए हैं.
हालांकि अभी कुछ बिन्दुओं पर स्थिति स्पष्ट नहीं है लेकिन जल्द ही प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है.
सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में 1894 पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा होगी. इसमें नियमों में बदलाव के बाद मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी.
मेरिट लिस्ट के आधार पर उम्मीदवारों चयन होगा. उम्मीदवारों को टीईटी या सीटीईटी में मिले अंकों का कोई भी अधिभार नहीं दिया जाएगा.
बता दें कि हाल ही में 69000 शिक्षकों की भर्ती को लेकर विवाद के मद्देनजर राज्य सरकार ने इस भर्ती में कटऑफ की स्थिति को पहले ही साफ कर दिया है.
नोटिफिकेशन के अनुसार लिखित परीक्षा में सामान्य वर्ग के लिए न्यूनतम कटऑफ 65% है.जबकिअन्य आरक्षित वर्ग के लिए कटऑफ 60 % तय हुआ है.
इसके लिए ढाई घंटे की परीक्षा में कुल 150 सवाल पूछे जाएंगे. परीक्षा कराने का जिम्मा परीक्षा नियामक प्राधिकारी उत्तर प्रदेश प्रयागराज को सौंपा गया है.
इस भर्ती परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे. परीक्षा ओएमआर से कराई जाएगी. दोनों पदों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा से उच्च स्तर की परीक्षा होगी.