दिल्ली में नौ महीनें में सबसे कम कोरोना मरीजों की गई जान, 214 लोग हुए स्वस्थ
दिल्ली में कोरोना की संक्रमण दर 0.28 फीसद है। इस वजह से सोमवार को दिल्ली में कोरोना के 121 नए मामले आए। वहीं 214 मरीज ठीक हुए। इससे सक्रिय मरीजों की संख्या अब 13 हजार से भी कम हो गई है। सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि संक्रमण दर कम होन के साथ अब मौत के मामले भी कम हो गए हैं। पिछले 24 घंटे में तीन मरीजों की मौत हो गई, जो पिछले नौ माह में सबसे कम है। 30 अप्रैल को दिल्ली में कोरोना से तीन मरीजों की मौत हुई थी। इसके बाद सोमवार को मौत के सबसे कम मामले आए।
दिल्ली में अब तक कोरोना के छह लाख 35 हजार 217 मामले आ चुके हैं। जिसमें से छह लाख 23 हजार 096 मरीज ठीक हो चुके हैं। इससे मरीजों के ठीक होने की दर 98.09 फीसद हो गई है। वहीं मृतकों की संख्या 10,856 पहुंच गई है। कोरोना से मृत्यु दर 1.71 फीसद है। मौजूदा समय में दिल्ली में 1265 सक्रिय मरीज हैं। जिसमें से 624 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं।
वहीं 15 मरीज कोविड केयर सेंटर व एक मरीज कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती है। इसके अलावा 504 मरीज होम आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं।24 घंटे में 43,712 सैंपल की जांचदिल्ली में अब तक एक करोड़ सात लाख 85 हजार 138 सैंपल की जांच हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में 43,712 सैंपल की जांच की गई। जिसमें से 0.28 फीसद सैंपल पॉजिटिव पाए गए। दिल्ली में अभी 1068 कंटेनमेंट जोन हैं।
दिल्ली में निर्धारित लक्ष्य से 74.46 फीसद हुआ टीकाकरण
वहीं, राजधानी में सोमवार को 106 केंद्रों पर 7893 स्वास्थ्य कर्मियों ने लिया टीका लिया, जो शनिवार को हुए टीकाकरण के मुकाबले 781 कम है। इस वजह से निर्धारित लक्ष्य से 74.46 फीसद ही टीकाकरण हो पाया। जबकि इसके पहले 82.77 फीसद टीकाकरण हुआ था। टीकाकरण के दौरान सिर्फ 15 स्वास्थ्य कर्मियों को मामूली दुष्प्रभाव होने की बात सामने आई।
दिल्ली में करीब सवा दो लाख स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने का लक्ष्य है। जिसमें से अब तक 64,626 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लग चुका है। 106 केंद्रों पर 10,600 कर्मचारियों को टीका लगवाने का लक्ष्य था। इसके तहत 98 केंद्रों पर 9800 स्वास्थ्य कर्मियों को कोविशील्ड टीका लगाना था। जबकि 7428 कर्मचारियों को कोविशील्ड टीका लगा। इनमें से 10 कर्मचारियों में टीका लगने के बाद हल्के दुष्प्रभाव देखे गए। वहीं आठ केंद्रों पर 800 कर्मचारियों को कोवैक्सीन देने का लक्ष्य था। जबकि सिर्फ 465 कर्मचारियों ने यह टीका लिया। इनमें से पाचं कर्मचारियों को टीका लगने के बाद हल्की परेशानी हुई।