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बजट 2021 का सोने-चांदी की कीमतों में दिखा बड़ा असर

बजट में सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी घटाए जाने के बाद बाजार में सोने-चांदी की कीमतों पर बड़ा असर देखने को मिल रहा है। बजट के दिन भी सोने की कीमतों में तगड़ी गिरावट और चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिली थी और आज सोना-चांदी दोनों में ही गिरावट देखी जा रही है।

आज सोना एमसीएक्स पर 0.6 फीसदी गिरकर 48,438 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है, जबकि चांदी में 2.2 फीसदी की तगड़ी गिरावट देखी गई है,

जिसके बाद चांदी 72,009 रुपये प्रति किलो के स्तर पर जा पहुंची है। सोने में गिरावट तो मामूली गिरावट है, लेकिन चांदी 1800 रुपये से भी अधिक सस्ती हो गई है।

बजट के दिन सोने में करीब 1324 रुपये की गिरावट देखी गई थी, जिसके बाद सोना 47,520 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया। इससे पहले सोना 48,844 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था।

वहीं दूसरी ओर चांदी में करीब 3461 रुपये की तेजी देखी गई थी, जिसके बाद चांदी 72,470 रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गई थी। इससे पिछले सत्र में चांदी 69,009 रुपये प्रति किलो के स्तर पर बंद हुई थी।

इस साल सोने के दाम में तगड़ी तेजी की वजह कोरोना वायरस रहा, जिसकी वजह से लोग निवेश का सुरक्षित ठिकाना ढूंढ रहे थे। सोने में निवेश हमेशा से ही सुरक्षित रहा है।

कोरोना की वजह से शेयर बाजार में लोगों ने निवेश कम कर दिया, क्योंकि शेयर बाजार में निवेश रिस्की होता है। इस स साल जनवरी-फरवरी में तो सोना धीरे-धीरे बढ़ रहा था, लेकिन मार्च में भारत में कोरोना वायरस की दस्तक के बाद इसने स्पीड पकड़ ली।

सोने ने अगस्त के महीने में अपना ऑल टाइम हाई छू लिया था। सोना 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर तक जा पहुंचा था। चांदी ने भी अगस्त में अपना ऑल टाइम हाई छुआ था और वह 77,840 रुपये प्रति किलो के करीब जा पहुंची थी।

हालांकि, अगस्त में ही बड़ी गिरावट भी आई और सोना अगस्त महीने में करीब 10 फीसदी तक लुढ़का। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कोरोना वायरस वैक्सीन की खबरें आने लगी थीं, जिसके चलते लोगों ने फिर से शेयर बाजार समेत बाकी रिस्की प्लेटफॉर्म्स का रुख करना शुरू कर दिया था।

सोना हमेशा ही मुसीबत की घड़ी में खूब चमका है। 1979 में कई युद्ध हुए और उस साल सोना करीब 120 फीसदी उछला था। अभी हाल ही में 2014 में सीरिया पर अमेरिका का खतरा मंडरा रहा था तो भी सोने के दाम आसमान छूने लगे थे।

हालांकि, बाद में यह अपने पुराने स्तर पर आ गया। जब ईरान से अमेरिका का तनाव बढ़ा या फिर जब चीन-अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर की स्थिति बनी, तब भी सोने की कीमत बढ़ी।

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