बर्फ से लकदक पहाड़ी कस्बों पर सैलानियों का हुजूम उमड़ने लगा है। गुरुवार रात मसूरी, मुनस्यारी और नैनीताल में सीजन का पहला हिमपात हुआ तो चमोली जिले में हिमक्रीड़ा स्थल औली और देहरादून जिले का चकराता भी बर्फ से सफेद हो गए। कुदरत की नेमत का लुत्फ उठाने के लिए सैलानियों ने पहाड़ों का रुख करना शुरू कर दिया है। हालांकि, कुछ स्थानों पर हिमपात से मुश्किलें भी बढ़ी हैं। उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे समेत 20 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। उत्तरकाशी और टिहरी जिले में चार दर्जन से ज्यादा गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार से प्रदेश में मौसम साफ रहेगा।
लगातार दो दिन बारिश और बर्फबारी से समूचा उत्तराखंड कड़ाके की ठंड की चपेट में है। मसूरी में शुक्रवार को भी बर्फ की हल्की फुहारें गिरीं। इससे न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है। मालरोड के साथ ही हैप्पी वैली, क्लाउड एंड, दूधली, जॉर्ज एवरेस्ट, हाथी पांव, कंपनी गार्डन, गन हिल, चार दुकान, लाल टिब्बा, जबरखेत, सुवाखोली और मसराना समेत बुरांशखंडा और धनोल्टी में बड़ी संख्या में पर्यटक उमड़ पड़े। मसूरी में कई जगह जाम के हालात उत्पन्न हो गए और वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। नैनीताल में भी नजारा कुछ मसूरी जैसा ही है।
चमोली जिले में स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली में भी पर्यटक बर्फ में अठखेलियां तो कर ही रहे हैं, स्कीइंग का लुत्फ भी उठा रहे हैं। शुक्रवार को यहां करीब तीन सौ सैलानी पहुंचे। औली-जोशीमठ मार्ग पर बर्फ के कारण वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है। ऐसे में पर्यटक तीन किलोमीटर पैदल चलकर औली पहुंच रहे हैं। औली होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अंति प्रकाश शाह ने बताया कि औली में करीब आधा फीट बर्फ है। पर्यटकों के आने से व्यवसायियों के चेहरों पर रौनक है।
बर्फ से सड़कें हुईं खतरनाक
हिमपात की सूचना मिलते ही पर्यटक शुक्रवार सुबह से ही मसूरी का रुख करने लगे। एकसाथ उमड़ते वाहनों के रेले से यातायात व्यवस्था भी चरमरा गई। व्यवस्था बनाए रखने को शहर में अतिरिक्त पुलिस बल भी पहुंच गया। समीपवर्ती धनोल्टी से बुरांशखंडा के बीच, मसूरी-कैम्पटी के बीच और हैप्पीवैली-कंपनी गार्डन के बीच पीडब्लूडी की जेसीबी की मदद से सड़क पर बर्फ हटाकर यातायात सुचारू किया। हिमपात के कारण मसूरी-सुवाखोली-मोरियाणा-उत्तरकाशी मार्ग बंद है।