नीरज कुमार सिंह ‘बबलू’ का जन्म दो फरवरी 1969 को पूर्णिया जिले के मलडीहा में हुआ था। उन्होंने अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत सहरसा से की। विधान परिषद निकाय चुनाव में पहली बार बलराम सिंह यादव से हार का सामना करने के बाद इन्होंने कभी हार का मुंह नहीं देखा। पांच बार विधानसभा चुनाव जीते। वे छातापुर से भाजपा विधायक हैं। पहली बार उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिली है।
विधानसभा का पहला चुनाव इन्होंने 2005 में राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू के टिकट से लड़ा था और जीत दर्ज की थी। इसके बाद से ये लगातार विधायक हैं। 2008 में कोसी ने जब कुसहा में तटबंध तोड़कर तबाही मचानी शुरू की तो पीड़ित मानवता की सेवा में इन्होंने दिन-रात एक कर दिया। दुर्गम स्थानों में फंसे बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाना, उनके रहने-खाने की व्यवस्था करना उन दिनों इनकी दिनचर्या में शामिल हो गया था। मानव सेवा का प्रतिफल 2010 के चुनाव में भी मिला। इस चुनाव में भी जनता दल यू ने फिर इन्हें अपना प्रत्याशी बनाया। इनका मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल के अकील अहमद से था। इन्हें हराकर नीरज कुमार सिंह पहली बार छातापुर के विधायक बने। इसके बाद से 2020 के तीन चुनावों में इन्होंने लगातार जीत दर्ज की।
2015 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ओर से चुनाव लड़ते हुए इन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के जहुर आलम को नौ हजार 292 मतों से हराया था। इस चुनाव में 65 फीसद मतदान हुआ था। 2020 के चुनाव में फिर भारतीय जनता पार्टी ने इन्हें अपना उम्मीदवार बनाया। नामांकन से पहले इनकी तबीयत अचानक खराब हो गई। इलाज में रहने के बाद भी इन्होंने चुनाव लड़ा और जीत की हैट्रिक लगाई। इस चुनाव में इन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार विपीन कुमार सिंह को 20635 हजार वोट से पराजित किया। इ