राजनाथ सिंह ने भोपाल संभाग की 5083 जल अधोसंरचनाओं का किया वर्चुअल लोकार्पण
भोपाल संभाग की 5083 विभिन्न जल अधोसंरचनाओं का बीते गुरूवार को वर्चुअल लोकार्पण किया जा चुका है। जी हाँ, इसके लिए मिंटो हॉल में जलाभिषेकम कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में प्रदेश की 57 हजार जल संरचनाओं का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वर्चुअल लोकार्पण किया। इस दौरान भोपाल संभाग की 5083 जल संरचनाएं शामिल रहीं। बताया जा रहा है इन सभी का निर्माण महात्मा गांधी नरेगा, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना एवं ग्रामीण यांत्रिकी सेवा से किया गया है
किन योजनाओं का किया लोकार्पण : जी दरअसल भोपाल जिले के 636. 33 लाख रूपए की 101 चैक डेम, 662.5 लाख रूपए के 309 कपिल धारा कूप, 169.84 लाख रूपए के सामुदायिक कूप, 11.22 लाख रूपए के सामुदायिक खेत तालाब, 48.93 लाख रूपए के तालाबों का जीर्णाद्वार एवं मरम्मत 98.05 लाख के 24 नवीन तालाब का लोकार्पण किया गया। इसी दौरान विदिशा जिले की 1180 संरचनाएं शामिल रहीं। इस लिस्ट में 949.39 लाख के 451 कपिल धारा कूप, 364 लाख रूपए के 83 सामुदायिक कूप, 229 लाख के 40 चैक डेम, 142.9 लाख के 18 स्टाफ डेम, 110.62 लाख के 53 सामुदायिक तालाब, 644.9 लाख के 479 हितग्राही मूलक खेत तालाब और 157.68 लाख रूपए के 44 नवीन तालाबों के साथ 67।69 के 11 तालाबों का लोकार्पण हुआ।
मध्य प्रदेश में आयोजित ‘जल अभिषेकम' कार्यक्रम से वर्चुअल माध्यम से जुड़ने का मौक़ा मिला।मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj के नेतृत्व में म. प्र. में जल संरक्षण का एक बड़ा अभियान चल रहा है। आज 50,000 से भी अधिक जलाशय, प्रदेश की जनता को समर्पित किए गए।इसके लिए शिवराजजी को बहुत बधाई। pic.twitter.com/AdYRxPeCU6
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) February 11, 2021
वहीँ राजगढ़ जिले की 2376 जल संरचनाओं में 3001 लाख रूपए के 1486 कपिल धारा कूप, 799 लाख रूपए की 231 निर्मल धारा कूप, 315.4 लाख के 47 चैक डेम, 125.5 लाख के 10 स्टॉफ डेमए 92.01 लाख के 41 परकोलेशन टैंक, 33.18 लाख के 18 सामुदायिक खेत तालाब, 399.8 लाख के 307 हितग्राहीमूलक खेत तालाब, 1862 लाख के 206 नवीन तालाब के साथ 211.3 लाख के 30 तालाबों का लोकार्पण हुआ। इसके अलावा भी कई जिलों की संरचनाओं में लोकार्पण किया गया। आप सभी को हम यह भी बता दें कि इन जल संरचनाओं से प्रदेश के विभिन्न गाँवों में बड़े क्षेत्र में कृषि सिंचाई सुविधा विकसित हुई है। इसके अलावा भूमिगत जल स्तर में भी बढ़त देखने को मिली है।