जाने हल्दी के अचार खाने से नहीं होंगी मौसमी बीमारियां
खट्टा-मीठा अचार खाना किसे पसंद नहीं होता है. दोपहर का भोजन और रात का खाना मसालेदार और टेंगी अचार के बिना अधूरा होता है. अचार हमारे भोजन में एक्स्ट्रा स्वाद जोड़ने में मदद करता है.
हालांकि अचार को लोग अनहेल्दी मानते हैं, लेकिन डाइटिशियनों की मानें तो अचार सिर्फ स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं होता है बल्कि इसके कुछ स्वास्थ्य लाभ भी हैं. आइए आपको बताते हैं एक खास प्रकार के अचार के बारे में जो न केवल स्वादिष्ट है बल्कि आपकी इम्यूनिटी को भी बढ़ावा देगी.
जी हां हम कच्ची हल्दी के अचार के बारे में बात कर रहे हैं. क्या आप जानते हैं कि हल्दी का अचार खाने से शरीर हेल्दी रहता है और कई प्रकार की बीमारियां दूर भागती है.
हल्दी का अचार शरीर को स्वस्थ रखने के साथ साथ इम्यूनिटी पावर को भी बूस्ट करता है जिससे मौसमी बीमारियां नहीं होतीं. आइए आपको बताते हैं हल्दी के अचार के फायदों के बारे में और जानें इसे कैसे बनाया जाता है.
हल्दी में मौजूद एक्टिव तत्व करक्यूमिन में एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं. यह इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देता है,
डाइजेशन में मदद करता है, गठिया के दर्द से छुटकारा दिलाता है, मध्यम इंसुलिन स्राव और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है, लिवर को डिटॉक्सिफाई करता है, जलन और संक्रमण को ठीक करता है और अल्जाइमर जैसे न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों को दूर करने में मदद करता है.
इस सरल, आसान, स्वादिष्ट अचार को रोजाना खाने में शामिल करें. साथ ही इस अचार में काली मिर्च मौजूद होती है जिसमें सक्रिय तत्व पिपेरिन होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं,
लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि यह शरीर में करक्यूमिन को अवशोषित करने की क्षमता को बढ़ावा देता है. लेकिन इसे बहुत ज्यादा खाने से बचें. दिन में सिर्फ दो बार ही भोजन के साथ लें.
-सबसे पहले हल्दी, अदरक और नींबू को अच्छी तरह से धोकर छोटे टुकड़ों में काट लें.
-ध्यान रखें कि आपको नींबू को इसके छिलके के साथ काटना है.
-सभी चीजों को उनके जूस के साथ जार में डालें.
-साथ ही काली मिर्च और नमक भी डालें.
-5 से 10 दिनों के लिए रोजाना इसे धूप में रखें.
-थोड़े दिन धूप में रखने के बाद आपका फ्रेश, हेल्दी और टेस्टी हल्दी का अचार तैयार हो जाएगा.