उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने उन्नाव काण्ड का लिया संज्ञान
उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने उन्नाव जनपद के असोहा थानाक्षेत्र के गांव में घटित घटना तथा 18 फरवरी, 2021 में समाचार पत्रों में प्रकाशित
खबर को ‘‘बुआ और भतीजी की हत्या, तीसरी की हालत नाजुक’’ का संज्ञान लेकर सम्बंधित जनपद के पुलिस अधीक्षक को इस मामले की दो सप्ताह में जांच कराकर अपनी आख्या आयोग के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।
आयोग के सदस्य श्री के0पी0 सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आयोग ने इस घटना को प्रथम दृष्टया ही मानवाधिकार के हनन का प्रत्यक्ष उदाहरण माना है। अतः समाचार पत्रों में छपी इस घटना का स्वतः संज्ञान लिया है।
उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार के अनुसार असोहा थानाक्षेत्र के गांव में बुआ-भतीजी की हत्या कर दी गयी जबकि एक अन्य की हालत नाजुक है। तीनों दोपहर में चारा लेने के लिए निकलने के बाद से लापता थीं।
स्वजन तलाश में जुटे थे, तभी अचेत अवस्था में खेत में पड़ी मिली। उनके हाथ-पैर बंधे हुए थे। मुंह से झाग निकलता देख स्वजन ने आशंका जताई कि दुष्कर्म के बाद जहर खिलाकर हत्या करने के बाद हत्यारे शव खेत में फेंककर भाग गये।