मेट्रो मेन ई श्रीधरन आज हो सकते है बीजेपी में शामिल
मेट्रो मेन ई श्रीधरन केरल विधानसभा चुनाव से आज बीजेपी में शामिल होंगे. बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष के सुरेंद्रन की अगुवाई में श्रीधरन आज कासरगोड़ से पार्टी की विजय यात्रा शुरू होने के दौरान पार्टी में शामिल होंगे. इस यात्रा को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हरी झंडी दिखाएंगे.
मेट्रो मैन के नाम से लोकप्रिय ई श्रीधरन की छवि एक बेदाग नौकरशाह की रही है. वहीं, श्रीधरन ने कहा कि वह केरल के लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. उन्होंने राज्य की सीपीएम नीत एलडीएफ सरकार पर जनता को विकास कार्यों से वंचित रखने का आरोप लगाया.
केरल की महत्वाकांक्षी कोच्चि मेट्रो रेल परियोजना में अहम भूमिका निभाने वाले 88 वर्षीय श्रीधरन ने कहा कि अगर पार्टी निर्णय लेती है तो वह विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि विधानसभा सीट को लेकर बीजेपी ही निर्णय करेगी.
साल 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले ई श्रीधरन ने मोदी की तारीफ़ कर कहा था कि मोदी देश के सबसे योग्य लीडर्स में से एक हैं और उनके हाथ में देश का भविष्य बेहतर हो सकता है. ऐसा माना जा रहा है कि ई श्रीधरन ने तभी बीजेपी में जाने का मन बना लिया था.
इस बात की पुष्टि 88 साल के ई श्रीधरन ने मीडिया से बात करते हुए भी की उन्होंने कहा कि बीजेपी में जाने का फ़ैसला एक दिन में नहीं किया है.
वे राज्य के लिए काम करना चाहते हैं इसलिए बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि केरल सरकार के मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए कंसलटेंसी भी अब वे बंद कर देंगे.
ई श्रीधरन दिल्ली मेट्रो समेत पहले फ्रैट कॉरिडोर को समय से पहले दौड़ाने के मामले में ख्याति बटोर चुके हैं. ई श्रीधरन को 2001 में पद्म श्री और 2008 में पद्म विभूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.
फ्रांस सरकार ने ई श्रीधरन को 2005 में अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित कर चुकी है. यहीं नहीं अमेरिका की विश्व प्रसिद्ध पत्रिका टाइम मैग्जीन ने इन्हें “एशिया हीरो” का टाइटल भी दिया था.
श्रीधरन का जन्म 12 जून 1932 को केरल के पलक्कड़ में हुआ. उनके परिवार का संबंध पलक्कड़ के करुकपुथुर से है.
ई श्रीधरन ने सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री आंध्र प्रदेश के काकीनाडा स्थित सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज से प्राप्त की है. इसके बाद में इंडियन रेलवे सर्विस में आ गए. दिल्ली मेट्रो, कोच्चि मेट्रो, लखनऊ मेट्रो को ई श्रीधरन ने अपनी सेवाएं दी हैं.
आम तौर पर माना जाता है कि राजनीति से रिटायरमेंट की उम्र नहीं होती है और ई श्रीधरन का 88 साल की उम्र में राजनीति में आना इस बात की तस्दीक़ करता है. अभी ये साफ़ नहीं है कि अप्रैल में केरल में होने वाले विधानसभा चुनाव वे लड़ेंगे या नहीं.