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राजधानी जयपुर में आज बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक

बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की 2 दिन पहले दिल्ली में हुई बैठक के बाद आज जयपुर में पार्टी की प्रदेश कोर ग्रुप की बैठक होगी. बैठक में कृषि कानूनों के अलावा विधानसभा उपचुनावों को लेकर रणनीति पर चर्चा होगी.

खास बात यह है कि इस बैठक में वसुंधरा राजे के भी शामिल होने के पूरी संभावना है. बैठक में वसुंधरा खेमे के विधायकों के लेटर बम का साया रहने के भी आसार हैं.

बीजेपी कोर कमेटी की बैठक शाम 4 बजे पार्टी मुख्यालय में होगी. इसमें कृषि कानूनों से जनता को लाभ और इसके प्रचार के साथ ही इस मुद्दे पर कांग्रेस के विरोध का जवाब देने की रणनीति भी तैयार की जायेगी.

इसके साथ ही चार विधानसभा उपचुनावों की रणनीति को लेकर मंथन किया जायेगा. बैठक में हाल ही में फूटे पार्टी विधायकों के लेटर बम के भी छाने के आसार जताये जा रहे हैं. इस बैठक में कोर ग्रुप के सभी सदस्यों के शामिल रहने की संभावना है.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की अध्यक्षता में होने वाली कोर ग्रुप की बैठक में खास तौर पर कृषि कानूनों से लाभ की जानकारी किसानों के बीच पहुंचाने को लेकर बनाई जाने वाली रणनीति के तहत इनको लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने का जिम्मा भी नेताओं सौंपा जा सकता है.

उपचुनाव की रणनीति तैयार करने के साथ ही प्रमुख नेताओं को इसकी जिम्मेदारियां बांटे जाने की संभावना है. पार्टी चुनावों में एक मुखी होकर जनता के बीच पहुंचे

इसको लेकर आम सहमति बनाने के प्रयास किये सकते हैं हालांकि बैठक से ऐन पहले पार्टी में लेटर बम से अंदरुनी गुटबाजी सामने आ गई है. ऐसे में इसका साया भी बैठक में छाये रहने के आसार हैं.

माना जा रहा है कि पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह भी बैठक में शामिल होंगे. बैठक से ऐन पहले लेटर बम से बीजेपी में सियासत उफान पर है. हालांकि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया

उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कल लेटर को लेकर स्थिति स्पष्ट की थी. गुलांबचंद कटारिया ने कहा कि इस बेमौसम बारिश को समझने की कोशिश की जाएगी.

एक तरफ केन्द्र सरकार कृषि कानूनों के विरोध का सामना करने में उलझी हुई है वहीं दूसरी तरफ राज्य में बीजेपी गुटबाजी से ऊबर नहीं पा रही है.

अब पार्टी में गुटबाजी साफ तौर पर सामने आने लगी है. ऐसे में ये देखने वाली बात यह होगी कि कोर ग्रुप की बैठक में पार्टी की जमीनी हकीकत पर मंथन होगा या फिर यहां भी गुटबाजी की झलक नजर आएगी.

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