विनिर्माण क्षमता बढ़ने से देश में रोजगार के अवसरों में होगी बढ़ोत्तरीः पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि दुनियाभर में ऐसे उदाहरण हैं, जहां देशों ने विनिर्माण क्षमता को बढ़ाकर, देश के विकास को गति दी। उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग क्षमता बढ़ने पर देश में रोजगार के सृजन में उतनी ही अधिक वृद्धि होती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। पीएम मोदी ने पीएलआई को लेकर आयोजित एक वेबिनार में कहा कि मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए गति और स्केल को बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ”हमें उत्पादन की लागत, गुणवत्ता और दक्षता को वैश्विक मानकों के अनुरूप लाने के लिए एकसाथ मिलकर काम करने की जरूरत है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम का लक्ष्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना और एक्सपोर्ट्स को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि ऑटो, फार्मा जैसे 13 सेक्टर्स में सरकार पीएलआई स्कीम लेकर आई है।
इस वर्ष के बजट में PLI स्कीम से जुड़ी इन योजनाओं के लिए करीब 2 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
Production का औसतन 5 प्रतिशत incentive के रूप में दिया गया है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) March 5, 2021
पीएम मोदी ने कहा, ”हमारी नीति और रणनीति, हर तरह से स्पष्ट है। हमारी सोच है- मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस और और हमारी अपेक्षा है जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट।”
ये PLI जिस सेक्टर के लिए है, उसको तो लाभ हो ही रहा है, इससे उस सेक्टर से जुड़े पूरे इकोसिस्टम को फायदा होगा।
Auto और pharma में PLI से, Auto parts, Medical Equipments और दवाओं के रॉ मटीरियल से जुड़ी विदेशी निर्भरता बहुत कम होगी: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) March 5, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये PLI जिस सेक्टर के लिए है, उसको तो लाभ हो ही रहा है, इससे उस सेक्टर से जुड़े पूरे इकोसिस्टम को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि Auto और फार्मा में PLI से, Auto parts, Medical Equipments और दवाओं के रॉ मटीरियल से जुड़ी विदेशी निर्भरता बहुत कम होगी।