खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित कर सेवायोजित किए जाने के किए जा रहे हैं गंभीर प्रयास
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल दिशा निर्देशन में राजकीय खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित कर उन्हें जहां एक ओर सेवायोजित किए जाने का प्रयास किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने के भी गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं।
उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार कैटरिंग संस्थानों एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को तकनीकी कर्मचारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शिक्षित बेरोजगार व्यक्तियों को प्रदेश के 10 बड़े नगरों- आगरा, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली, वाराणसी, कानपुर, झांसी, प्रयागराज,
अयोध्या एवं गोरखपुर में स्थापित राजकीय खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केंद्रों पर वित्तीय वर्ष 2017-18 से
2019-20 तक 01 वर्षीय ट्रेड डिप्लोमा कोर्स-खाद्य संरक्षण में 609, बेकरी एवं कन्फेक्शनरी ट्रेड डिप्लोमा मे 596,पाक कला ट्रेड डिप्लोमा में 598, एक मासीय अंशकालीन बेकरी
एवं कन्फेक्शनरी में 1029, एक मासीय अंशकालीन पाक कला मे 858 एवं एक मासीय समेकित कुकरी बेकरी एवं कन्फेक्सनरी तथा खाद्य संरक्षण पाठ्यक्रम कार्यक्रम में 1597 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित किया गया।
वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 में राजकीय खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केंद्रों पर एक वर्षीय डिप्लोमा-खाद्य संरक्षण में 150, बेकरी एवं कन्फेक्शनरी ट्रेड डिप्लोमा में 150, पाक कला ट्रेड डिप्लोमा में 150 प्रशिक्षणार्थियो द्वारा प्रवेश प्राप्त कर प्रशिक्षण लिया जा रहा है।