‘शराबबंदी का असर आदमी में देखा जा रहा है। महिलाएं आज सरकार के इस कदम की तारीफ कर रही है। इसके बावजूद देखा जा रहा है कि शराब में जहर मिलाकर बेचा जा रहा है। इसमें लोग मरे हैं। हम आरंभ से ही कह रहे हैं इस शराब खतरनाक है इसके लिए किसी पर विश्वास करने की जरूरत नहीं है।’ यह बातें टीपीएस कॉलेज में विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहीं। उन्होंने कहा कि बिहार के युवा और युवती और महिलाओं की मांग पर ही शराबबंदी की गई है। जहरीले शराब से कितने लोगों को मौत मिली है। इसमें सभी को सजा हुई। पहले जिस घर में लोग शराब पीते थे उस घर में कितने महिलाओं और बच्चों के साथ परेशानी होती थी। काफी लोग शिकायत भी करते थे, त्रस्त भी होते थे। सरकार की ओर से लगातार अभियान चलाया जा रहा था। जबसे शराबबंदी हुई अब घर में शाम में आते हैं तो सब्जी ले करके आते हैं घर में खुशहाली आ गई है।
गड़बड़ करनेवालों पर अधिकारियों की नजर
आज भी कहीं कहीं जहरीले शराब की बात आ रही है उसकी जांच की जा रही है। सभी से प्रार्थना है कि शराब का उपयोग ना करें। कुछ ना कुछ लोग हैं जो गड़बड़ करने वाले हैं उस पर अधिकारी नजर रखे हुए हैं। इसके लिए समय-समय पर अभियान भी चलाया जाता है। जो गलत करते हैं उसको इसी तरह की सजा होती है। गलत करने वाले को हमेशा सजा मिलेगी। इस दौरान शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी काॅलेज को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। आगत अतिथियों का स्वागत प्राचार्य ने किया। मौके पर पाटलिपुत्र विवि के कुलपति डॉ एसपी सिंह पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गिरीश कुमार चौधरी आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एमएस करीम मौजूद थे ।
कंट्रीब्यूशन से हुआ है मूर्ति का निर्माण
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज टीपीएस कॉलेज में आकर बेहद खुशी हो रही है। यह जानकर और अच्छा लगा कि यहां ठाकुर प्रसाद सिंह की मूर्ति शिक्षकों, छात्रों और आम लोगों के कंट्रीब्यूशन से बना है। उनकी मृत्यु के बाद उनकी पत्नी ने काॅलेज का निर्माण कराया, यह बड़ी बात है। सरकार भी अब साथ हैं। सरकार की ओर से और भी कोई सहयोग की जरूरत है तो वह हर समय होगा। इससे पहले मुख्यमंत्री ने कॉलेज के प्रशासनिक भवन के प्रथम तल का शुभारंभ, मुख्य भवन का पुनर्निर्माण कर जीर्णोद्धार का शुभारंभ, एनिमल हाउस के दूसरे तल का उद्घाटन, परीक्षा भवन के जीर्णोद्धार का उद्घाटन, मुख्य भवन के तृतीय तल पर 3 वर्ग कक्ष का शुभारंभ, परीक्षा भवन के दूसरे तल पर उद्घाटन, विज्ञान भवन के दूसरे तल पर 8 वर्ग कक्ष का उद्घाटन एवं विज्ञान भवन के पूर्ण रूप से जीर्णोद्धार का शुभारंभ किया।