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मुख्यमंत्री ने ‘राज्य गुड़ महोत्सव-2021’ का शुभारम्भ किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि खाण्डसारी गुड़ आज एक नया ब्राण्ड बन रहा है। इससे गन्ना उत्पादक किसानों के जीवन में व्यापक सकारात्मक परिवर्तन हो रहा है।
राज्य सरकार ने एक राज्य एक उत्पाद योजना के अन्तर्गत 03 जनपदों-मुजफ्फरनगर, अयोध्या तथा लखीमपुर खीरी के लिए गुड़ तथा गुड़ उत्पाद को विशिष्ट उत्पाद के रूप में चिन्हित किया है। इससे गन्ना किसानों के लिए गुड़ व्यवसाय लाभकारी हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित ‘राज्य गुड़ महोत्सव-2021’ का शुभारम्भ करने के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने स्मारिका ‘राज्य गुड़ महोत्सव-2021’ का विमोचन भी किया।
उन्होंने कहा कि ‘राज्य गुड़ महोत्सव-2021’ का आयोजन स्थानीय गन्ना उत्पादों को मार्केट की उपलब्धता सुलभ कराने, उत्पादों की ब्राण्डिंग तथा देश दुनिया में इनका व्यवसाय बढ़ाकर गन्ना उत्पादकों और व्यवसायियों को लाभ दिलाने के उद्देश्य से किया गया है। राज्य गुड़ महोत्सव प्रदेश के 60 लाख गन्ना किसानों के जीवन में परिवर्तन के अवसर ला रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कार्यक्रम में आने से पूर्व उन्होंने राज्य गुड़ महोत्सव-2021 के पण्डालों का अवलोकन किया। पण्डालों में स्वच्छता, देश व प्रदेशवासियों की स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता तथा नये भारत की नई सोच का उदाहरण है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत मिशन के माध्यम से स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की जो सोच जनमानस में जाग्रत की, वह आज जीवन के हर क्षेत्र में दिखायी दे रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान सरकार जब सत्ता में आयी, उस समय बड़ी मात्रा में किसानों का गन्ना मूल्य बकाया था। खाण्डसारी उद्योग को पूरी तरह पाबन्द कर दिया गया था। वर्तमान राज्य सरकार ने खाण्डसारी उद्योग को ऑनलाइन लाइसेंस दिए जाने की व्यवस्था बनायी। अब कुछ घण्टों में ही खाण्डसारी उद्योग का लाइसेंस प्राप्त किया जा सकता है।
खाण्डसारी इकाइयां अब दूसरी खाण्डसारी इकाई अथवा चीनी मिल से 15 कि0मी0 के स्थान पर 7.5 कि0मी0 की दूरी पर स्थापित की जा सकती है। इससे गन्ना बहुल जनपदों यथा मुजफ्फरनगर, शामली, बिजनौर, अयोध्या, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी में बड़ी संख्या में खाण्डसारी उद्योग स्थापित हुए हैं और गन्ना उत्पादक किसानों को इसका लाभ प्राप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले के समय में चीनी का मूल्य गुड़ की अपेक्षा अधिक हुआ करता था। जनमानस में स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती चेतना का एक प्रभाव यह भी हुआ है कि गुड़ का मूल्य चीनी के सापेक्ष बढ़ा है।
प्रदेश में 27 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल पर गन्ने की खेती की जा रही है। राज्य सरकार द्वारा गन्ना उत्पादक किसानों की मदद के लिए गन्ना आपूर्ति व्यवस्था को तकनीक से जोड़ा गया है। गन्ना किसानों के लिए ऑनलाइन पर्ची की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा अब तक गन्ना किसानों को 01 लाख 25 हजार 600 करोड़ रुपए से अधिक के गन्ना मूल्य का भुगतान कराया गया है। कोरोना काल में जब अन्य राज्यों में चीनी मिलें बंद हो रही थीं, प्रदेश की सभी चीनी मिलों का संचालन सुनिश्चित कराया गया।
जब तक खेत में गन्ना उपलब्ध था, चीनी मिलें चलवायी गयीं। साथ ही, गन्ना मूल्य के भुगतान की भी व्यवस्था की गयी। वर्तमान वर्ष के गन्ना मूल्य का 52 प्रतिशत से अधिक का भुगतान कराया जा चुका है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री श्री सुरेश राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने अपनी कार्यशैली से प्रदेश का नाम देश में ही नहीं, पूरी दुनिया में रोशन किया है।
मुख्यमंत्री जी ने गन्ना किसानों को संकट के दौर से निकालने का काम किया। बंद चीनी मिलों को फिर से संचालित कराया। साथ ही, नई चीनी मिलें भी स्थापित करायीं। उन्होंने कहा कि गन्ना किसान को अपने उत्पाद का मार्केट दिलाने के लिए राज्य गुड़ महोत्सव का आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अपर मुख्य सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास श्री संजय भूसरेड्डी ने कहा कि प्रदेश के 60 लाख गन्ना किसानों के हित में चीनी उद्योग के साथ ही खाण्डसारी उद्योग को भी बढ़ावा दिया गया है।
राज्य गुड़ महोत्सव में 103 गुड़ उत्पादक व व्यवसायी अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस अवसर पर 750 से अधिक गन्ना किसानों और गुड़ उत्पादकों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। कार्यक्रम में अंत में सहकारी चीनी मिल निगम लि0 के प्रबन्ध निदेशक श्री विमल कुमार दुबे ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एम0एस0एम0ई0 श्री नवनीत सहगल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में गन्ना किसान व गुड़ व्यवसायी उपस्थित थे।