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मुख्यमंत्री ने नवम्बर, 2021 के अन्त तक बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना का कार्य पूरा करने के निर्देश दिये
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नवम्बर, 2021 के अन्त तक बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना का कार्य पूरा करने के निर्देश दिये हैं।
उन्होंने कहा है कि यह एक्सप्रेस-वे सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड क्षेत्र के विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण के बाद बुन्देलखण्ड क्षेत्र पर्यटन का बड़ा केन्द्र बनेगा।
मुख्यमंत्री जी जनपद जालौन की तहसील माधोगढ़ के ग्राम लाडपुर दिवार में बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के अन्तर्गत यमुना नदी पर निर्माणाधीन सेतु के स्थलीय निरीक्षण के उपरान्त परियोजना स्थल पर बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के पैकेज 05 के निर्माण कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार नेक नीयत और दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ा रही है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना का कार्य लगभग 50 प्रतिशत पूरा हो चुका है।
कार्य को युद्ध स्तर पर संचालित करते हुये नवम्बर माह के अन्त तक एक्सप्रेस-वे का कार्य पूर्ण किया जाये। पहले इतना बड़ा पुल लगभग 06 से 07 वर्ष में तैयार होता था। अब नयी तकनीकी के कारण इसे 06 से 08 महीने में तैयार कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र के किसानों ने एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिये अपनी जमीन उपलब्ध कराकर बुन्देलखण्ड क्षेत्र के समग्र विकास से जुड़ी इस महत्वपूर्ण अवस्थापना परियोजना में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान किया।
कृषकों का यह योगदान अभिनन्दनीय है।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड क्षेत्र के विकास के लिए अनेक परियोजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। पूर्व में इस क्षेत्र में लोग आने से डरते थे, परन्तु अब क्षेत्र का इतना विकास हो रहा है कि लोग यहां आने के लिए उत्सुक हैं।
बुन्देलखण्ड क्षेत्र में चित्रकूट तथा ललितपुर में 02 एयरपोर्ट बनाये जा रहे हैं। ‘जल जीवन मिशन’ के अन्तर्गत ‘हर घर नल-हर घर जल’ योजना के माध्यम से बुन्देलखण्ड क्षेत्र में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पचनदा भी है,
जहां पांच नदियों का संगम है। पचनदा में एक बड़ा बैराज बनाया जाएगा, जिससे बुन्देलखण्ड क्षेत्र के किसानों को सिंचाई के लिए जल की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से बुन्देलखण्ड क्षेत्र का समग्र विकास होगा। यहां आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी। उन्होंने एक्सप्रेस-वे के समीप औद्योगिक क्लस्टर विकसित किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे नई औद्योगिक इकाइयां स्थापित होंगी, जिससे बुन्देलखण्ड के युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त होंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में कोविड टीकाकरण अभियान प्रगति पर है। उन्होंने अधिकारियों को कोरोना टीकाकरण कार्य भारत सरकार की गाइडलाइन्स एवं क्रम के अनुरूप संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि लक्षित आयु वर्ग के टीकाकरण के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए।
यूपीडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना के अन्तर्गत यमुना नदी पर बन रहे पुल का निर्माण सबसे कम समय (06 से 08 माह)े में पूरा करके यूपीडा देश में एक रिकॉर्ड स्थापित करेगा।
इस परियोजना में बेतवा और केन नदी पर भी सेतु निर्माणाधीन हैं। इन पुलों का निर्माण भी तेजी से कराया जा रहा है। यूपीडा द्वारा 01 वर्ष में बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे की 120 कि0मी0 सड़क का रिकॉर्ड निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। सभी फ्लाई ओवर का निर्माण भी तेज गति से किया जा रहा है।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्रीमती नीलिमा कटियार, विधान परिषद सदस्य श्री स्वतंत्र देव सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे प्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र को देश की राजधानी दिल्ली से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे एवं यमुना एक्सप्रेस-वे के माध्यम से जोड़ेगा तथा बुन्देलखण्ड क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।
एक्सप्रेस-वे झांसी-प्रयागराज राष्ट्रीय मार्ग सं0-35 भरतकूप के पास जनपद चित्रकूट से प्रारम्भ होकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर ग्राम कुदरैल के पास जनपद इटावा में समाप्त होगा। इस परियोजना से जनपद चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन एवं इटावा लाभान्वित होंगे।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना की कुल अनुमानित लागत 14849.09 करोड़ रुपये एवं सिविल निर्माण की अनुबन्धित लागत 7766.81 करोड़ रुपये है। निर्माण हेतु बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना को कुल 06 पैकेजों में विभक्त किया गया है।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना की कुल लम्बाई 296 कि0मी0 है। एक्सप्रेस-वे पर 04 रेलवे ओवर ब्रिज, 14 दीर्घ सेतु, 06 टोल प्लाजा, 07 रैम्प प्लाजा, 268 लघु सेतु, 18 फ्लाई ओवर तथा 214 अण्डरपास का निर्माण कराया जायेगा।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे 04 लेन चौड़ा (6 लेन में विस्तारणीय) तथा संरचनाएं 06 लेन चौड़ाई की बनायी जायेंगी। इस एक्सप्रेस-वे के एक ओर 3.75 मी0 चौड़ाई की सर्विस रोड स्टैगर्ड रूप में बनाई जायेगी, जिससे परियोजना के आस-पास के गांव के निवासियों को एक्सप्रेस-वे पर सुगम आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सके।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण में विभिन्न ई0पी0सी0 कॉन्टैक्टर्स द्वारा सर्विस रोड एवं अन्य कार्य भी प्रगति पर हैं।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे में अब तक क्लीयरिंग एण्ड ग्रबिंग का कार्य 97 प्रतिशत और मिट्टी का कार्य 82 प्रतिशत से अधिक पूर्ण कर लिया गया है।
कुल 818 में से 497 स्ट्रक्चर्स यानि आधे से अधिक का कार्य भी पूरा किया जा चुका है। वर्तमान में इस परियोजना की कुल भौतिक प्रगति लगभग 50 प्रतिशत पूर्ण कर ली गई है।