राजनैतिक पेंशन विभाग में लागू होगी ई-आफिस प्रणाली -श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘‘नन्दी
उत्तर प्रदेश के राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘‘नन्दी‘‘ ने कहा है कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनके आश्रितों एवं लोकतन्त्र सेनानियों की समस्याओं को प्राथमिकता से निस्तारणकिया जाये।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सेनानियों के कल्याण के लिए पूरी तरह संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि राजनैतिक पेंशन विभाग में शीघ्र ही ई-आफिस प्रणाली लागू की जायेगी। इससे विभागीय कार्यों में पूरी तरह पारदर्शिता परिलक्षित होगी।
श्री नन्दी आज विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में राजनैतिक पेंशन विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनके आश्रितों तथा लोकतन्त्र सेनानियों के राजकीय चिकित्सालयों में परामर्श परीक्षण आदि की प्रभावी व्यवस्था की गई है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सेनानियों से सम्बन्धित मामलों को प्राथमिकता से निस्तारित किया जाये और समय-समय पर इनका अनुश्रवण भी किया जाये।
राजनैतिक पेंशन मंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों, सेनानियों की स्मृति में स्तम्भों तथा स्मारकों का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा किया जाये तथा प्रतिमाओं की स्थापना भी सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि सेनानियों की प्रतिमाएं आम जन को प्रेरणा प्रदान करती है।
श्री नन्दी ने लखनऊ और मथुरा में संचालित सेवा सदनों की स्थिति के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिये कि सेवा सदनों को बेहतर ढ़ंग से संचालित किया जाये, उन्होंने कहा कि उ0प्र0 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को उनके प्रवास के दौरान आवास एवं भोजन की कोई दिक्कत न आने पाये।
श्री नन्दी ने अभियोजन स्वीकृति से सम्बन्धित प्रकरणों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि ऐसे प्रकरणों की प्रभावी पैरवी करके उनका निस्तारण शीघ्र सुनिश्चित किया जाये। जिन कार्मिकों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही अथवा अन्य किसी प्रकार की जांच लम्बित है तो उनकी भी तत्काल निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
राजनैतिक पेंशन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री राजन शुक्ला ने विभागीय कार्यो से अवगत कराते हुए आश्वस्त किया कि मा0 मंत्री जी द्वारा दिये गये निर्देशों का प्रमुखता से अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा।
बैठक में विशेष सचिव राजनैतिक पेंशन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।