इंश्योरेंस पॉलिसी हो सकती है महंगी आम आदमी को लगा झटका
आम आदमी को बढ़ती महंगाई से राहत मिलने के आसार आगे भी नजर नहीं आ रहे हैं. जहां एक तरफ पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम ने जनता को परेशान किया है, वहीं टीवी, एसी, फ्रीज महंगे होने की खबर ने एक और झटका दिया है.
महंगाई का यह झटका आगे भी बरकार है, फिलहाल राहत की उम्मीद आगे भी नहीं दिख रही है. अब खबर है कि इंश्योरेंस प्लान लेना महंगा पड़ेगा.. जी हां! अब इंश्योरेंस प्रीमियम भी महंगा होने जा रहा है.
अगर आप इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने की तैयारी कर रहे है तो आपको अगले माह से अधिक पैसे चुकाने पड़ सकते हैं. बीमा कंपनियां 1 अप्रैल से टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम महंगा करने की तैयारी कर रही हैं.
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1 अप्रैल से शुरू हो रहे है नए वित्त वर्ष 2021-22 में टर्म इंश्योरेंस के दाम करीब 10-15 प्रतिशत तक बढ़ सकते है. दाम बढ़ाने के पीछे बीमा कंपनियां कोरोना महामारी को मुख्य वजह बताई है. ग्लोबल मार्केट में भी कंपनियां प्रीमियम महंगा कर रही है.
मानव जीवन में प्राकृतिक और दुर्घटनावश कारणों से मृत्यु होने का खतरा सामने रहता है. जब किसी व्यक्ति की मौत होती है या वो विकलांग हो जाता है तो परिवार के लिए आय खत्म हो जाती है. परिवार के लिए जीवन बिताना कठिन हो जाता है.
अपने परिवार को इस तरह की परिस्थितियों से बचाने के लिए आप सीधे एक लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी ले सकते हैं. बता दें कि टर्म प्लान जीवन बीमा के तहत किसी के साथ अनहोनी की स्थिति में उसके परिवार को आर्थिक सुरक्षा मिलती है.
हालांकि, इसमें प्लान की मैच्योरिटी पर पॉलिसीधारक को कोई रकम नहीं मिलती है.टर्म प्लान वास्तव में बहुत कम प्रीमियम पर आपको कवर मिल जाता है.
आमतौर पर टर्म प्लान 10,15, 20, 25 या 30 साल के लिए लिया जा सकता है. बता दें कि टर्म पाॅलिसी में एक ही उम्र, अवधि और लाइफ कवर के लिए अलग व्यक्ति से बीमा कंपनी अलग रकम चार्ज कर सकती है.
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, अप्रैल से प्राइवेट सेक्टर की कंपनियां इंश्योरेंस के दाम में 10-15 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सकती है. कोविड की वजह से दुनिया भर में मोरटेलिटी दर से री-इंश्योरएंस प्रीमियम पर असर पड़ा है.
कंपनियों के मुताबिक नॉन मेडिकल रीइंश्योरेंस प्रीमियम में 25% तक की बढ़ोतरी हुई है. रीइंश्योरेंस प्रीमियम पर दबाव की वजह से कंपनियों को टर्म प्लान प्रीमियम में बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है. इंश्योरेंस कंपनियों ने कोरोनाकाल में 1250 करोड़ रुपये का क्लेम सेटमलेंट सिर्फ कोरोना से जुड़े मामलों में किया है.
बता दें कि टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम की इस बढ़त का असर पॉलिसी लेने वाले नए ग्राहकों पर होगा. यानी पुराने ग्राहकों पर इसका असर नहीं होगा
क्योंकि पुराने ग्राहकों के लिए जो प्रीमियम एक बार तय हो जाता है वहीं जीवन भर देना होता है. तो अगर आप आने वाले समय में पॉलिसी लेना चाहते हैं तो आपको यह महंगा पड़ सकता है.
देश के सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम भी टर्म कवर की कीमतों में वृद्धि करेगा या नहीं. इस पर अभी स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा गया है.