राजधानी दिल्ली में आये कोरोना के 409 नए मामले
गुरुवार को दिल्ली में दो महीने बाद एक दिन में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा आंकड़े दर्ज किए गए. साथ ही पिछले 24 घंटे में 3 लोगों की मौत हो गई. बीते कुछ हफ्तों के हालात के लिहाज से जानकार इस बात का अंदाजा लगाने में जुटे हैं
कि क्या वाकई देश में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर की दस्तक हो चुकी है. वहीं, कुछ तथ्य ऐसे हैं, जो दिल्ली में स्थिति बिगड़ने की ओर इशारा कर रहे हैं.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दिल्ली में गुरुवार को 409 मामले सामने आए. इससे पहले 8 जनवरी को 444 मामले सामने आए थे. वहीं सक्रिय मरीजों की संख्या 2020 तक पंहुच गई है, जबकि इससे पहले 22 जनवरी को यह संख्या 2060 थी.
इसके साथ ही रिकवरी दर में मामूली कमी आई है. रिकवरी दर 98 फीसदी से नीचे आ गई है. अब यह रिकवरी दर 97.98 फीसदी पर पंहुच गई है. सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 24 घंटे में कोरोना से 3 लोगों की मौत हो गई है. इसके साथ ही दिल्ली में मौत का कुल आंकड़ा 10,934 हो गया है.
कोरोना टेस्ट के बारे में सरकार ने कहा है कि 24 घंटे में कुल 69,810 टेस्ट कराए गए, जिनमें 42187 RTPCR टेस्ट कराए गए जबकि 27623 एंटीजन टेस्ट. लगातार बढ़ते मामलों पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन का भी बयान सामने आया.
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भी कोरोना के मामले आ रहे हैं, लेकिन उनमें और दिल्ली में फर्क है. महाराष्ट्र में पॉजिटिविटी 10% के आसपास है और दिल्ली में 0.5% के आसपास. नवंबर में दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 15% के आसपास चली गई थी
लगातार घटते हुए पिछले 5% से नीचे आई थी, पिछले 2 महीने से 1% से नीचे है. अभी भी एक परसेंट से नीचे है. हम सतर्क हैं पूरी तरह से. हमने टेस्टिंग बढ़ाई है और 1% से नीचे चल रहे हैं. पूरी निगरानी रखी हुई है. 200 से 400 होना इसको अलार्मिंग नहीं कह सकते.
क्योंकि कटऑफ 1%, 5%, 15% ही है. हम 5% और 1% से भी नीचे हैं. देश के अन्य राज्यों में जितने टेस्ट हो रहे हैं उससे 4-5 गुना ज्यादा टेस्ट दिल्ली में हो रहे हैं. टेस्टिंग को बहुत ज्यादा बढ़ाया गया है. दिल्ली में अभी बाकी राज्यों जैसे हालात नहीं हैं.