मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा परिषद के नव नियुक्त अधिकारियों को नियुक्ति पत्र किये वितरित
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बेरोजगारों के लिए राज्य में मिशन रोजगार चला रही है। इसी के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को बेसिक शिक्षा परिषद के नव नियुक्त 271 खंड शिक्षा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया।
लखनऊ के लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि चार वर्ष के इस कार्यकाल के दौरान प्रदेश में चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने में सफल हुए हैं।
उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को पारदर्शी और सुचितापूर्ण तरीके से नियुक्ति पत्र देकर उनकी प्रतिभा और ऊर्जा का लाभ प्रदेश के विकास के लिए ले पाने में सफल हो रहे हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पारदर्शिता के साथ चयन की बात करते हुए बिना नाम लिए समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 के पहले जाति और क्षेत्र के आधार पर नियुक्ति होती थी। एक खानदान के लोगों में भर्तियां बंट जाती थीं कि ये चाचा देखेंगे, ये मामा और ये भैया। जैसे महाभारत में एक
चार वर्ष में सिर्फ बेसिक शिक्षा विभाग में एक लाख बीस हजार भर्तियों का दावा करते हुए सीएम आदित्यनाथ सरकार ने खंड शिक्षा अधिकारियों से कहा कि प्रतियोगी छात्र के रूप में आपको जो अपेक्षा शासन से रही होगी, वही अपेक्षा आज शासन को आपसे है।
बच्चों की नींव मजबूत करने का दायित्व आप पर है। सीएम योगी ने स्पष्ट कहा कि कुछ लोग नौकरी शुरू करते ही भ्रष्टाचार से घिर जाते हैं। उनके कदम लड़खड़ा जाते हैं।
फिर उन्हें बर्खास्त करना पड़ता है। ध्यान रखें कि कोई बीमार है तो मेडिकल सर्टिफिकेट लेकर छुट्टी दें, पैसा लेकर नहीं। कार्यक्रम को बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चंद्र द्विवेदी, अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा संजीव मित्तल ने भी संबोधित किया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कभी उत्तर प्रदेश में हर दूसरे-तीसरे दिन बड़ा दंगा होता था, जिसमें काफी संपत्ति की हानि होती थी। इन दंगों के कारण प्रदेश की छवि प्रभावित होती थी। आम आदमी परेशान होते थे।
इस दौरान नियंत्रण के लिए पुलिस बल की आवश्यकता थी, लेकिन पुलिस कर्मियों की संख्या कम थी। तीन लाख की बजाए सवा लाख बल ही मौजूद था। कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पीएसी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, लेकिन उसकी 54 कंपनियां समाप्त कर दी गई थी।
तब प्रदेश सरकार ने कहा कि पूरी पारदर्शी तरीके से भर्ती की प्रक्रिया होनी है, जिसमें महिलाओं को प्राथमिकता दी गई। इसी का परिणाम है कि चार वर्षों के दौरान डेढ़ लाख से अधिक पुलिस कर्मियों की भर्ती की गई।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने खंड शिक्षा अधिकारियों के लिए 309 पदों पर विज्ञापन निकाला था, जिसमें से 271 सफल घोषित हुए। प्रदेश में 12 साल बाद खंड शिक्षा अधिकारियों की नियुक्ति हुई है।
खंड शिक्षा अधिकारी 2019 की मुख्य परीक्षा में 271 अभ्यर्थी सफल घोषित हुए थे। खंड शिक्षा अधिकारी 2019 की मुख्य परीक्षा 6 दिसंबर, 2020 को आयोजित हुई थी। इस परीक्षा में कुल 4182 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।