आइये जानते है की होलिका दहन का क्या है शुभ मुहूर्त
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रंगों का त्योहार होली बस आने ही वाला है. इस बार होलिका दहन 28 मार्च होगा और धुलेंडी 29 मार्च को मनाई जाएगी. खास बात यह है कि इस बार होलिका दहन में अशुभ भद्रा योग नहीं रहेगा.
होलिका दहन के दिन भद्राकाल सूर्योदय से शुरू होगा और दोपहर में समाप्त होगा. यानी होलिका दहन का शुभ मुहूर्त शाम 6: 30 से रात 8:30 बजे तक होगा. वहीं भद्रा योग दोपहर 1:10 बजे तक ही रहेगा.
माना जाता है कि होली से पहले के इन 8 दिनों में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए. इसकी वजह यह है कि इन दिनों में कोई भी शुरू किए गए कार्य के बनने से ज्यादा बिगड़ने की आशंका रहती है.
मान्यता है कि होलिका दहन के समय अगर आग की लौ आसमान की ओर उठे तो इसे अच्छा माना जाता है, लेकिन वहीं अगर होलिका दहन की लौ पूर्व दिशा की ओर उठे तो यह रोजगार, सेहत आदि के लिए अच्छा माना जाता है.
मगर इसकी लौ अगर पश्चिम की उठे तो आर्थिक क्षेत्र में सुधार आता है. वहीं माना जाता है कि अगर उत्तर की ओर हवा का रुख रहे तो देश में सुख-शांति बनी रहती है. इसके अलावा इसका रुख दक्षिण की ओर रहे तो इसे अच्छा नहीं माना जाता.
होली इस बार 29 मार्च को पड़ रही है. होली से पहले ही 22 मार्च से होलाष्टक लग जाएगा. हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन शुक्लपक्ष अष्टमी होलाष्टक शुरू हो रहा है. हर साल होलाष्टक फाल्गुन शुक्लपक्ष अष्टमी के दिन से ही लगता है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार होलाष्टक के दौरान कोई भी मांगलिक कार्य जैसे कि शादी, विवाह, वाहन खरीदना या घर खरीदना नहीं करने चाहिए. लेकिन इसके साथ ही होलाष्टक के दौरान पूजा पाठ करने और भगवान का स्मरण और उनके भजन करने को शुभ फलदायक माना गया है.
फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 28 मार्च, रविवार को प्रात: 3 बज कर 27 मिनट पर होगा. वहीं इसका समापन रात 12 बज कर 17 मिनट पर होगा.
होलिका दहन 28 मार्च को होगा. होलिका दहन रविवार, मार्च 28, 2021 को होगा. होलिका दहन मुहूर्त 18:37 से 20:56
तक रहेगा. इसकी अवधि 2 घंटे, 20 मिनट रहेगी.