दून के करीब दो लाख लोगों को दूसरे दिन भी बिजली कटौती का सामना करना पड़ा। शहर के 50 से अधिक इलाकों में सुबह 11 बजे से शाम छह बजे तक बिजली की आंख-मिचौनी चलती रही। तीन-तीन सब स्टेशन से बिजली की शेयरिंग के बावजूद आपूर्ति सुचारू नहीं की जा सकी। पावर कट के चलते दो दर्जन से अधिक इलाकों में पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित रही।
11 जुलाई को बिंदाल नदी पर खड़ा 80 मेगावाट लोड का ग्रिड का टावर गिर गया था। पावर ट्रांसमिशन ऑफ उत्तराखंड लि. (पिटकुल) ने शनिवार से इसे खड़ा करने का काम शुरू किया था। यह कार्य रविवार को पूरा हो पाया और इसके लिए पिटकुल ने बिंदाल सब स्टेशन से जुड़े क्षेत्रों में सुबह 11 बजे से शाम छह बजे तक का शटडाउन लिया था।
इस सब स्टेशन के अंतर्गत 11 केवी के 11 फीडर आते हैं और सभी में पावर कट की समस्या खड़ी हो गई। 11 फीडर से जुड़ी करीब दो लाख की आबादी को पूरे दिन बिजली किल्लत न झेलनी पड़े, इसके लिए ऊर्जा निगम ने 132 केवी माजरा, 220 केवी झाझरा व 132 केवी के पुरकुल सब स्टेशन से बिजली की शेयरिंग की थी।
हालांकि, प्रभावित क्षेत्र 50 से अधिक होने के चलते दिनभर दो से चार घंटे तक लोगों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ गया। लगातार दो दिन बिजली कटौती होने से जल संस्थान पेयजल की आपूर्ति नहीं कर पाया। इसलिए कई क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति भी बाधित रही।
खासकर उत्तर क्षेत्र में यह समस्या अधिक रही, जबकि दक्षिण क्षेत्र में कुछ इलाकों में एक समय पानी दिया गया। ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता (नगरीय) शैलेंद्र सिंह का कहना है कि पिटकुल ने टावर खड़ा कर दिया है और अब बिजली की आपूर्ति पूरी तरह सुचारू हो गई है।
इन फीडर से जुड़े इलाकों में गुल रही बिजली
दिलाराम, अमेठी, बारीघाट, हाथीबड़कला, दून विहार, मैक्स, मसूरी, राजपुर रोड, चिड़िया मंडी, ऑर्डनेंस फैक्ट्री, एमडीडीए।
यहां प्रभावित रही पेयजल आपूर्ति
खुड़बुड़ा, डोभालवाला, महिला आइटीआइ क्षेत्र, तहसील क्षेत्र, गांधी रोड, बदरीनाथ कॉलोनी, विजय कॉलोनी, अंसारी मार्ग, चुक्खूवाला, झंडा मोहल्ला, कांवली आदि।